शीश महल विवाद: बीजेपी ने दिल्ली एलजी से संपत्तियों के डीमर्जर की मांग की

दिल्ली में "शीश महल" (6, फ्लैगस्टाफ रोड) विवाद को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना से अनुरोध किया है कि इस संपत्ति के साथ जोड़ी गई चार सरकारी संपत्तियों को फिर से अलग किया जाए। बीजेपी का दावा है कि अरविंद केजरीवाल ने अपने मुख्यमंत्री आवास के लिए इन संपत्तियों को अवैध रूप से मिलाया था। बीजेपी का कहना है कि भविष्य में पार्टी का कोई भी मुख्यमंत्री इस बंगले में नहीं रहेगा।

Feb 10, 2025 - 19:11
 0
शीश महल विवाद: बीजेपी ने दिल्ली एलजी से संपत्तियों के डीमर्जर की मांग की

INDC Network : नई दिल्ली : दिल्ली में "शीश महल" (6, फ्लैगस्टाफ रोड) विवाद को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना से अनुरोध किया है कि इस संपत्ति के साथ जोड़ी गई चार सरकारी संपत्तियों को फिर से अलग किया जाए। बीजेपी का दावा है कि अरविंद केजरीवाल ने अपने मुख्यमंत्री आवास के लिए इन संपत्तियों को अवैध रूप से मिलाया था। बीजेपी का कहना है कि भविष्य में पार्टी का कोई भी मुख्यमंत्री इस बंगले में नहीं रहेगा।


शीश महल विवाद: क्या है पूरा मामला?

बीजेपी का आरोप और एलजी को पत्र

बीजेपी दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना को पत्र लिखकर "शीश महल" के डीमर्जर की मांग की।

"अरविंद केजरीवाल ने 6, फ्लैगस्टाफ रोड बंगले को चार अन्य सरकारी संपत्तियों से मिलाकर एक विशाल आवास बना दिया था। अब इसे दोबारा अलग किया जाना चाहिए।" – वीरेंद्र सचदेवा

बीजेपी का आरोप है कि इस बंगले को ‘अल्ट्रा-लग्जरी’ निवास के रूप में पुनर्निर्माण किया गया, जिसमें करोड़ों रुपये खर्च किए गए।

केजरीवाल का आधिकारिक आवास और इस्तीफे के बाद खाली करना

6, फ्लैगस्टाफ रोड बंगला 2015 से लेकर अक्टूबर 2024 तक अरविंद केजरीवाल का आधिकारिक आवास था। अक्टूबर 2024 में उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद इसे खाली कर दिया।

बीजेपी का नया फैसला: अगला मुख्यमंत्री नहीं रहेगा इस बंगले में

बीजेपी नेता गुप्ता ने कहा कि पार्टी का कोई भी नया मुख्यमंत्री इस बंगले में नहीं रहेगा, क्योंकि यह अब जांच के दायरे में है।

"इस संपत्ति के डीमर्जर के बाद, भूमि का उपयोग सरकारी क्वार्टर और अन्य आधिकारिक उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।"

शीश महल: क्यों बना विवाद का केंद्र?

सरकारी संपत्तियों का अवैध विलय

  • विवादित संपत्तियां:

    • 8 टाइप-V फ्लैट्स (45 और 47, राजपुर रोड)

    • 8-A और 8-B फ्लैगस्टाफ रोड बंगलों को 6, फ्लैगस्टाफ रोड के साथ जोड़ा गया।

  • कुल क्षेत्रफल:

    • पहले: 10,000 वर्ग मीटर से कम

    • बाद में: 50,000 वर्ग मीटर से अधिक

बंगले का महंगा पुनर्निर्माण

बीजेपी ने आरोप लगाया कि बंगले के निर्माण में सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ। इसमें महंगे इंटीरियर, आलीशान फर्नीचर और उच्च-स्तरीय घरेलू उपकरणों का उपयोग किया गया।

चुनावी मुद्दा बना शीश महल विवाद

पिछले दो वर्षों से, खासकर दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान, बीजेपी ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। पार्टी ने इसे भ्रष्टाचार से जोड़ा और आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार पर निशाना साधा।

बीजेपी की मांग और भविष्य की कार्रवाई

बीजेपी ने एलजी से आग्रह किया है कि:

  1. शीश महल के साथ जोड़ी गई संपत्तियों को फिर से अलग किया जाए।

  2. 6, फ्लैगस्टाफ रोड को उसके मूल क्षेत्रफल में बहाल किया जाए।

  3. इस मामले की तेजी से जांच की जाए और दोषियों पर कार्रवाई की जाए।


बीजेपी की मांगों को दर्शाने वाला सारणीबद्ध विवरण

मुद्दा बीजेपी की मांग
अवैध विलय 4 संपत्तियों को अलग किया जाए
मुख्यमंत्री निवास अगला मुख्यमंत्री इस बंगले में नहीं रहेगा
जांच की आवश्यकता शीश महल घोटाले की तेजी से जांच हो
भूमि का पुनः उपयोग सरकारी क्वार्टर और अन्य सरकारी उपयोग में लाया जाए

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Arpit Shakya Hello! My Name is Arpit Shakya from Farrukhabad (Uttar Pradesh), India. I am 18 years old. I have been working for INDC Network news company for the last 3 years. I am the founder and editor in chief of this company.