INDC Network : फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश : शमशाबाद में भयावह खोज
फर्रुखाबाद के नवाबगंज थाना क्षेत्र में स्थित शमशाबाद रेलवे स्टेशन बुधवार सुबह, 2 अप्रैल 2025 को एक भयानक अपराध का गवाह बना। बरेली जिले के इज्जतनगर थाना क्षेत्र के शिकारपुर चौधरी गांव निवासी 28 वर्षीय राजमिस्त्री साजिद अली का शव रेलवे क्वार्टर में खून से लथपथ पाया गया। इस भयावह दृश्य ने साथी मजदूरों और स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया, और उनकी मौत का रहस्य गहराने लगा।
सामान्य दिन बना मौत का मंजर
साजिद रेलवे स्टेशन पर ब्लॉक 31 के तहत एक क्रॉसिंग सीढ़ी के निर्माण कार्य में लगा था। अपनी समयनिष्ठता के लिए जाना जाने वाला साजिद उस सुबह काम पर नहीं पहुंचा, जिससे उसके साथियों को चिंता हुई। वे उसके क्वार्टर पर गए, जहां उन्हें एक डरावना नजारा दिखा: साजिद का शव बेसुध पड़ा था, सिर से खून बह रहा था, जो हिंसा की ओर इशारा कर रहा था। इस खोज ने मजदूरों के छोटे समूह में हड़कंप मचा दिया।
सबूतों से हिंसक झड़प का संकेत
सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई। सर्किल ऑफिसर (सीओ), सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी), रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। प्रारंभिक जांच में पता चला कि घटनास्थल पर पड़ा खून से सना फावड़ा हत्या का हथियार हो सकता है। इसे सबूत के तौर पर जब्त कर लिया गया। अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय सिंह के अनुसार, मंगलवार रात को दो मजदूरों के बीच झगड़ा हुआ था, जो संभवतः इस जानलेवा घटना का कारण बना। शक की सुई एक साथी मजदूर पर है, हालांकि मकसद अभी स्पष्ट नहीं है।
जांच तेज, संदिग्ध हिरासत में
गांव के प्रधान ने कमरे से खून निकलते देख पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद कार्रवाई तेज हुई। दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है। साजिद के परिजनों को सूचित कर दिया गया है, और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है ताकि मौत का सटीक कारण पता चल सके। फॉरेंसिक टीम ने सावधानी से सबूत जुटाए, उम्मीद है कि साजिद के आखिरी पलों की कहानी सामने आएगी।
साजिद की मौत ने शमशाबाद स्टेशन पर उदासी छा दी, जहां वह निर्माण दल का जाना-पहचाना चेहरा था। जैसे-जैसे पुलिस मामले की तह तक जाती है, सवाल उठ रहे हैं: क्या यह गुस्से में उठाया गया कदम था या सुनियोजित हत्या? जांच जारी है, और फर्रुखाबाद पुलिस साजिद अली और उनके दुखी परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।