श्रीलंका: वित्त मंत्रालय का जिम्मा संभालेंगे राष्ट्रपति, अमरसूर्या फिर बनीं प्रधानमंत्री
श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा डिसानायके ने वित्त मंत्री का पद संभाला और हरिनी अमरसूर्या को दोबारा प्रधानमंत्री नियुक्त किया। आईएमएफ समीक्षा और कर्ज पुनर्गठन जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, राष्ट्रपति ने अंतरिम बजट और कल्याणकारी योजनाओं पर काम करने की बात कही।

INDC Network : श्री लंका : राष्ट्रपति अनुरा कुमारा डिसानायके ने वित्त मंत्रालय का जिम्मा बरकरार रखा
श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा डिसानायके ने वित्त मंत्रालय का प्रमुख पद अपने पास ही रखा है। सोमवार को उन्होंने हरिनी अमरसूर्या को दोबारा प्रधानमंत्री नियुक्त किया। यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब देश अपनी सबसे गंभीर आर्थिक संकट से उबरने के प्रयास कर रहा है।
डिसानायके की वामपंथी गठबंधन पार्टी ने हाल ही में हुए आम चुनाव में 225 सदस्यीय संसद में रिकॉर्ड 159 सीटें जीती हैं। इस बड़ी जीत के बाद डिसानायके ने संसद को नए सिरे से गठित किया।
हरिनी अमरसूर्या फिर बनीं प्रधानमंत्री
हरिनी अमरसूर्या, जो एक शिक्षाविद् हैं और सामाजिक मानवशास्त्र में एडिनबर्ग विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की डिग्री रखती हैं, को दोबारा प्रधानमंत्री बनाया गया। इसके साथ ही उन्हें शिक्षा और उच्च शिक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी भी दी गई है।
पोस्ट | नियुक्त व्यक्ति | प्रमुख जिम्मेदारियां |
---|---|---|
राष्ट्रपति और वित्त मंत्री | अनुरा कुमारा डिसानायके | वित्तीय संकट प्रबंधन, बजट पेश करना |
प्रधानमंत्री | हरिनी अमरसूर्या | शिक्षा और उच्च शिक्षा मंत्रालय |
विदेश मंत्री | विजिथा हेराथ | अंतरराष्ट्रीय संबंध |
आईएमएफ और कर्ज पुनर्गठन पर फोकस
श्रीलंका वर्तमान में 2.9 अरब डॉलर के आईएमएफ कार्यक्रम के तीसरे चरण की समीक्षा कर रहा है। इस समीक्षा के बाद लगभग 337 मिलियन डॉलर की राशि जारी होने की उम्मीद है। इसके अलावा, सरकार को 12.5 अरब डॉलर के कर्ज पुनर्गठन को पूरा करना होगा।
राष्ट्रपति का भाषण: जवाबदेही पर जोर
राष्ट्रपति डिसानायके ने शपथ ग्रहण के बाद अपने भाषण में कहा,
"यह शक्ति जिम्मेदारी के साथ आती है। लोगों के प्रति जवाबदेही और सीमाओं के साथ इसे इस्तेमाल करना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अंतरिम बजट पेश करना और करों को कम करने के साथ कल्याणकारी योजनाओं को बढ़ाना उनकी प्राथमिकता होगी।
श्रीलंका का आर्थिक संकट और आगे का रास्ता
2022 में विदेशी मुद्रा की भारी कमी ने श्रीलंका को आर्थिक संकट में डाल दिया था। इसका असर यह हुआ कि देश की अर्थव्यवस्था 2022 में 7.3% और 2023 में 2.3% तक सिकुड़ गई।
अब राष्ट्रपति को आईएमएफ कार्यक्रम के साथ संतुलन बनाते हुए विकास को स्थिर मार्ग पर लाना होगा।
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