29 मिनट में दो बार कांपी धरती: पाकिस्तान समेत जम्मू-कश्मीर तक महसूस हुए भूकंप के झटके

पाकिस्तान में शनिवार को 29 मिनट के अंतराल में दो बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता क्रमश: 5.5 और 5.8 मापी गई। इसका असर भारत के जम्मू-कश्मीर और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों तक भी पहुंचा। हालांकि, अभी तक जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। हाल के दिनों में नेपाल, ताइवान, म्यांमार और थाईलैंड में भी भूकंप ने धरती को झकझोरा है। इस साल एशिया में लगातार आ रहे भूकंपों ने चिंता बढ़ा दी है।

Apr 12, 2025 - 20:17
May 15, 2025 - 17:22
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29 मिनट में दो बार कांपी धरती: पाकिस्तान समेत जम्मू-कश्मीर तक महसूस हुए भूकंप के झटके

INDC Network : पाकिस्तान : शनिवार को पाकिस्तान में दोपहर 12:31 बजे और फिर एक बजे दो तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार पहला झटका 5.5 तीव्रता का था, जिसका केंद्र रावलपिंडी से 60 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में, जमीन से 12 किलोमीटर की गहराई में था। दूसरा झटका 5.8 तीव्रता का मापा गया, जिसका केंद्र करीब 10 किलोमीटर की गहराई में था।

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इन झटकों का असर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के अटक, चकवाल और मियांवाली जिलों के अलावा पेशावर, मर्दन, मोहमंद और शबकदर जैसे क्षेत्रों में महसूस किया गया। भारत में भी जम्मू-कश्मीर और कुछ उत्तर भारतीय हिस्सों में कंपन दर्ज किए गए। हालांकि, राहत की बात यह रही कि अब तक किसी नुकसान की कोई खबर नहीं मिली है।

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लगातार कांप रही है एशियाई धरती

इस भूकंप से पहले 9 अप्रैल को ताइवान में भी धरती कांपी थी। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण के अनुसार, ताइवान के पूर्वोत्तर तटीय क्षेत्र यिलान से 21 किलोमीटर की दूरी पर 5.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसकी गहराई 69 किलोमीटर थी।

4 अप्रैल को नेपाल में भी भूकंप के झटके दर्ज किए गए थे। वहीं, 28 मार्च को म्यांमार और थाईलैंड में 7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी। इस आपदा में करीब 4000 लोगों की जान जा चुकी है और कई क्षेत्रों में मूलभूत ढांचा बुरी तरह प्रभावित हुआ है।


2005 की भयावहता अब भी लोगों के ज़हन में

पाकिस्तान भूकंप के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र रहा है। सबसे विनाशकारी भूकंप 2005 में आया था, जिसमें 74,000 से अधिक लोगों की जान गई थी। वर्तमान में भी लगातार आ रहे झटकों ने लोगों के मन में डर पैदा कर दिया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, जमीन के अंदर की टेक्टोनिक प्लेटों में सक्रियता बढ़ रही है, जिससे एशिया के कई हिस्सों में लगातार भूकंप महसूस किए जा रहे हैं।

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Arpit Shakya नमस्कार! मैं अर्पित शाक्य, INDC Network का मुख्य संपादक हूँ। मेरा उद्देश्य सूचनाओं को जिम्मेदारी और निष्पक्षता के साथ आप तक पहुँचाना है। INDC Network पर मैं स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खबरों को आपकी भाषा में सरल, तथ्यपरक और विश्वसनीय रूप में प्रस्तुत करता/करती हूँ। पत्रकारिता के क्षेत्र में मेरा विश्वास है कि हर खबर का सच सामने आना चाहिए, और यही सोच मुझे जनहित से जुड़ी खबरों की तह तक जाने के लिए प्रेरित करती है। चाहे वह गाँव की आवाज़ हो या देश की बड़ी हलचल – मेरा प्रयास रहता है कि आपके सवालों को मंच मिले और जवाब मिलें। मैंने INDC Network को एक ऐसे डिजिटल मंच के रूप में तैयार किया है, जहाँ लोकल मुद्दों से लेकर ग्लोबल घटनाओं तक हर आवाज़ को जगह मिलती है। यहाँ मेरी प्रोफ़ाइल के माध्यम से आप मेरे द्वारा लिखे गए समाचार, लेख, इंटरव्यू और रिपोर्ट्स पढ़ सकते हैं।