फर्रुखाबाद न्यूज़ - फर्रुखाबाद चाय पीते समय जहरीले कीड़े के काटने से किशोरी की दर्दनाक मौत
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जनपद में एक दर्दनाक घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया। कमालगंज थाना क्षेत्र के नगला भूड़ गांव में 16 वर्षीय शिल्पी नामक किशोरी की चाय पीते समय किसी जहरीले कीड़े के काटने से मौत हो गई। शिल्पी सुबह नाश्ते के दौरान चाय पी रही थी, तभी अचानक किसी अज्ञात जहरीले कीड़े ने उसे काट लिया। कुछ ही देर में उसकी तबीयत बिगड़ने लगी, जिसे देख परिजन घबरा गए। परिजन उसे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कमालगंज ले गए, जहां से उसे लोहिया अस्पताल रेफर किया गया। मगर अफसोस, लोहिया अस्पताल पहुंचते ही चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस हादसे से गांव में शोक की लहर दौड़ गई है और परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

INDC Network : फर्रुखाब्द, उत्तर प्रदेश : फर्रुखाबाद में जहरीले कीड़े ने ली किशोरी की जान, चाय पीते समय हुआ दर्दनाक हादसा | उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जनपद के कमालगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत नगला भूड़ गांव में एक दर्दनाक घटना घटी, जिसने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया। रामगोपाल की 16 वर्षीय बेटी शिल्पी रोज़ की तरह सुबह चाय पी रही थी। तभी अचानक किसी जहरीले कीड़े ने उसे काट लिया। कुछ ही मिनटों में शिल्पी की तबीयत तेजी से बिगड़ने लगी।
अस्पताल में भाग-दौड़, लेकिन नहीं बची जान
परिजन तुरंत उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कमालगंज लेकर पहुँचे। वहाँ चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे गंभीर स्थिति देखते हुए लोहिया अस्पताल, फर्रुखाबाद रेफर कर दिया।

अफसोस, अस्पताल पहुंचते ही चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह खबर सुनकर परिजनों में कोहराम मच गया। ग्रामीणों की आंखें नम हो गईं।
पुलिस जांच शुरू, शव भेजा गया मोर्चरी
हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची।
शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया गया है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और कीड़े की प्रजाति व स्त्रोत का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
गांव में मातम, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
शिल्पी की अचानक मृत्यु ने पूरे नगला भूड़ गांव को शोक में डुबो दिया। स्कूल की पढ़ाई कर रही शिल्पी अपने परिवार की चहेती थी।
पड़ोसियों और रिश्तेदारों की भारी भीड़ शोक संवेदना प्रकट करने रामगोपाल के घर पहुँच रही है।
विशेषज्ञों की राय
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, गर्मियों के मौसम में जहरीले कीड़े अधिक सक्रिय रहते हैं, और इनसे तेज़ एलर्जिक रिएक्शन या एनाफिलेक्टिक शॉक से मौत हो सकती है।
ऐसे मामलों में त्वरित मेडिकल हस्तक्षेप ही जीवन बचा सकता है।
सतर्कता और बचाव सुझाव
घर और रसोई की स्वच्छता बनाए रखें
पेय पदार्थों को ढक कर रखें
जहरीले कीड़ों से बचाव के लिए नेट, कीटनाशक और रोशनी का प्रयोग करें
किसी भी विषैले काटने पर तुरंत मेडिकल सहायता लें
What's Your Reaction?






