फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे: यूपी का नया हाईस्पीड नेटवर्क, हर गांव को जोड़ेगा मुख्य धारा से
फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे, उत्तर प्रदेश में एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जो हरदोई, शाहजहांपुर, कन्नौज, मैनपुरी और इटावा जिलों को जोड़ते हुए प्रमुख शहरों और अन्य एक्सप्रेसवे से सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। यह परियोजना पर्यटन, कृषि और औद्योगिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। एक्सप्रेसवे के निर्माण से बाढ़ प्रभावित इलाकों को राहत और किसानों के उत्पादों को बाजार तक पहुंचने का सरल मार्ग मिलेगा।

INDC Network : उत्तर प्रदेश : फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे: यूपी का नया हाईस्पीड नेटवर्क, हर गांव को जोड़ेगा मुख्य धारा से
फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे: परियोजना का परिचय
फर्रुखाबाद जिले में लिंक एक्सप्रेसवे परियोजना को हरी झंडी मिल गई है। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण सवायजपुर, हरदोई से शुरू होकर फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर, कन्नौज, मैनपुरी और इटावा तक किया जाएगा। यह परियोजना आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जुड़कर यूपी के अंदर हाईस्पीड नेटवर्क तैयार करेगी।
एक्सप्रेसवे की प्रमुख विशेषताएं
विवरण | जानकारी |
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शुरुआत बिंदु | बुंदेलखंड-आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, आगरा |
समाप्ति बिंदु | सवायजपुर, हरदोई (गंगा एक्सप्रेसवे) |
लंबाई | 270 किलोमीटर |
क्षेत्रों से गुजरने वाले जिले | फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर, कन्नौज, मैनपुरी, इटावा |
लें संख्या | 6 लेन (8 लेन विस्तार योग्य) |
प्रमुख स्थल | बाबा नीब करौरी धाम |
परियोजना का उद्देश्य
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कनेक्टिविटी में सुधार:
यह लिंक एक्सप्रेसवे हरदोई से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे तक सीधा संपर्क बनाएगा। इससे व्यापार, पर्यटन, और औद्योगिक क्षेत्रों को नई दिशा मिलेगी। -
बाढ़ प्रभावित इलाकों को राहत:
फर्रुखाबाद जिले के 35 गांवों से होकर गुजरने वाले इस एक्सप्रेसवे की ऊंचाई पर निर्माण होगा, जिससे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को राहत मिलेगी। -
पर्यटन और धार्मिक यात्राओं को बढ़ावा:
यह एक्सप्रेसवे बाबा नीब करौरी धाम से जुड़कर श्रद्धालुओं के लिए यात्रा को सरल बनाएगा। -
कृषि और व्यापार में उन्नति:
किसानों को अपने कृषि उत्पाद बड़े शहरों और अन्य राज्यों तक ले जाने में मदद मिलेगी।
ड्रोन सर्वे और आगामी कार्य
इस परियोजना का ड्रोन सर्वे पूरा हो चुका है। हालांकि, जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अभी बाकी है। 2025 में निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है।
पर्यटन और आर्थिक विकास पर प्रभाव
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस परियोजना के अंतर्गत मुरादाबाद-फर्रुखाबाद-छिबरामऊ मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा देने का प्रस्ताव भी भेजा है। यह 270 किलोमीटर लंबा मार्ग जिले के विकास में अहम भूमिका निभाएगा।
पर्यटन क्षेत्र
- बाबा नीब करौरी धाम से जुड़ाव श्रद्धालुओं के लिए आसान होगा।
- जिले के ऐतिहासिक स्थलों और पर्यटक स्थलों को नई पहचान मिलेगी।
कृषि और उद्योग
- किसानों को उनके उत्पाद बाजार तक पहुंचाने में सुविधा होगी।
- जिले के छोटे और बड़े उद्योगों को बड़ा बाजार मिलेगा।
भविष्य की संभावनाएं और चुनौतियां
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संभावनाएं:
- बेहतर कनेक्टिविटी से स्थानीय रोजगार बढ़ेगा।
- औद्योगिक निवेश के लिए जिले को आकर्षक बनाया जा सकेगा।
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चुनौतियां:
- जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया को समय पर पूरा करना।
- पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखना।
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