बजट में छलावा या विकास? अखिलेश यादव ने खोली केंद्र सरकार की पोल!
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार के आम बजट को किसान, नौजवान और गरीब विरोधी बताया। उन्होंने सरकार से मांग की कि बजट के आंकड़ों के साथ महाकुंभ हादसे में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के आंकड़े भी सार्वजनिक किए जाएं। अखिलेश ने सरकार पर महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं को अनदेखा करने का आरोप लगाया।

INDC Network : महाकुम्भ न्यूज़ : अखिलेश यादव का हमला: बजट और महाकुंभ हादसे का सच!
बजट को बताया किसान, गरीब और नौजवान विरोधी
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आम बजट पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह बजट किसानों, नौजवानों और गरीबों के खिलाफ है। इसमें महंगाई और बेरोजगारी जैसी गंभीर समस्याओं का कोई समाधान नहीं है।
"इस सरकार के पास देश की जनता के लिए कोई दृष्टिकोण नहीं है। बजट किसान, नौजवान और गरीब विरोधी है।" - अखिलेश यादव
महाकुंभ हादसे पर सरकार से मांगे आंकड़े
अखिलेश यादव ने सरकार से सवाल किया कि महाकुंभ हादसे में मरने, घायल होने और लापता हुए श्रद्धालुओं का डेटा सार्वजनिक क्यों नहीं किया जा रहा? उन्होंने कहा कि बजट के आंकड़ों के साथ इन मौतों का भी खुलासा किया जाना चाहिए।
महंगाई और बेरोजगारी पर कोई ठोस योजना नहीं
अखिलेश ने आरोप लगाया कि इस बजट में महंगाई और बेरोजगारी कम करने की कोई नीति नहीं है।
समस्या | सरकार की स्थिति | अखिलेश यादव का बयान |
---|---|---|
महंगाई | समाधान का जिक्र नहीं | जनता के लिए भारी संकट |
बेरोजगारी | कोई ठोस योजना नहीं | युवाओं को निराशा |
किसानों की आय | कोई बढ़ोतरी नहीं | किसान विरोधी बजट |
एमएसपी गारंटी | जिक्र नहीं | किसानों की अनदेखी |
कर्जमाफी | कोई राहत नहीं | किसानों पर दबाव |
व्यापारियों और मध्यम वर्ग के लिए झटका
उन्होंने कहा कि जीएसटी की वजह से व्यापारी बर्बाद हो रहे हैं और मध्यम वर्ग पर सरकार अतिरिक्त बोझ डाल रही है।
"सरकार मध्यम वर्ग को सब्जबाग दिखा रही है, लेकिन उनकी जेब काट रही है।" - अखिलेश यादव
महाकुंभ हादसे की जिम्मेदारी किसकी?
अखिलेश ने सवाल उठाया कि सरकार अर्थव्यवस्था को मजबूत दिखाने का दावा कर रही है, लेकिन महाकुंभ स्नान जैसे बड़े आयोजन को सुरक्षित तरीके से संपन्न नहीं करा पाई। उन्होंने सरकार पर आंकड़े छिपाने का आरोप लगाया।
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