फर्रुखाबाद में आजाद समाज पार्टी का प्रदर्शन, पुलिस और जनता में टकराव!
आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने सम्भल हिंसा की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की अपील की है। पुलिस और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच टकराव हुआ। फर्रुखाबाद में विरोध प्रदर्शन के दौरान कानून-व्यवस्था के सवाल उठाए गए।

INDC Network : फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश : फर्रुखाबाद में आजाद समाज पार्टी का प्रदर्शन, पुलिस और जनता में टकराव!
संभल दंगे की पृष्ठभूमि और मुख्य मुद्दा
तारीख: 24 नवंबर 2024
स्थान: सम्भल, उत्तर प्रदेश
घटना:
- सम्भल जनपद में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान प्रशासन के गलत प्रबंधन के कारण अराजकता और दंगे हुए।
- हिंसा में चार नवयुवकों की मृत्यु और कई नागरिक एवं पुलिसकर्मी घायल हुए।
- क्षेत्र में डर और तनाव का माहौल है; बाजार, स्कूल, कॉलेज, और अन्य स्थान अभी भी बंद हैं।
घटना का विवरण | प्रभाव |
---|---|
जामा मस्जिद का सर्वे | अराजकता और दंगे हुए |
चार नवयुवकों की मौत | जनता में गुस्सा और भय |
कानून व्यवस्था बिगड़ी | पुलिस की कार्रवाई पर सवाल |
बाजार और स्कूल बंद | आर्थिक और सामाजिक संकट |
आजाद समाज पार्टी का विरोध प्रदर्शन
प्रदर्शन का उद्देश्य:
- हिंसा की निष्पक्ष जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी की मांग।
- निर्दोषों को न्याय दिलाना और दोषियों पर कार्रवाई सुनिश्चित करना।
प्रदर्शन के मुख्य बिंदु:
- पार्टी ने प्रशासन पर लापरवाही और गलत रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
- फर्रुखाबाद में विरोध प्रदर्शन किया गया।
- पुलिस और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच जमकर नोकझोंक हुई।
घटनाक्रम | विवरण |
---|---|
प्रदर्शन का स्थान | अम्बेडकर प्रतिमा, फर्रुखाबाद |
पुलिस और ASP में टकराव | विरोध के दौरान हुई नोकझोंक |
ज्ञापन दिया गया | 5 पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा |
(ASP के प्रदर्शन के दौरान मौजूद पुलिस बल)
आजाद समाज पार्टी की मांग
आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने निम्नलिखित मांगें रखीं:
- सम्भल हिंसा की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराई जाए।
- अज्ञात के नाम पर गिरफ्तार निर्दोष लोगों को तत्काल रिहा किया जाए।
- प्रभावित परिवारों को न्याय और मुआवजा दिलाया जाए।
मांगें | विवरण |
---|---|
सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच | निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के लिए |
निर्दोषों की रिहाई | प्रशासन द्वारा किए गए गलत आरोप हटाने के लिए |
हिंसा में मारे गए लोगों के लिए मुआवजा | पीड़ित परिवारों को राहत देने के लिए |
फर्रुखाबाद में पुलिस की प्रतिक्रिया
- पुलिस ने पार्टी कार्यकर्ताओं को अम्बेडकर प्रतिमा पर ही ज्ञापन देने को कहा।
- धरना स्थल को छावनी में तब्दील किया गया।
- पार्टी को कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देने की अनुमति दी गई, लेकिन सख्त निगरानी रही।
पुलिस की कार्रवाई | परिणाम |
---|---|
अम्बेडकर प्रतिमा पर ज्ञापन की अनुमति | विरोध प्रदर्शन को नियंत्रित किया गया |
सख्त सुरक्षा व्यवस्था | टकराव को बढ़ने से रोका गया |
- आजाद समाज पार्टी ने सम्भल हिंसा पर सरकार और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच की मांग की है। फर्रुखाबाद में हुए प्रदर्शन से पार्टी ने यह संदेश दिया कि न्याय के लिए लड़ाई जारी रहेगी।
What's Your Reaction?






