फसलें बर्बाद, प्रशासन मौन: कब तक सहेंगे किसान आवारा पशुओं का प्रकोप?
फर्रुखाबाद के अमृतपुर क्षेत्र में आवारा पशुओं का आतंक किसानों के लिए भारी समस्या बन चुका है। प्रशासन की लापरवाही और गौशालाओं की खराब स्थिति के कारण किसान खेतों में फसल की रखवाली करने को मजबूर हैं।

INDC Network : फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश : आवारा पशुओं का आतंक: किसानों की दुर्दशा और प्रशासन की उदासीनता
किसान परेशान: फसल बचाने के लिए झोपड़ियों में रहना मजबूरी
फर्रुखाबाद के अमृतपुर क्षेत्र में आवारा पशुओं का आतंक किसानों के लिए बड़ी समस्या बन गया है। ग्राम पट्टी भरका, पट्टी दारापुर, जसपुर, सैदापुर, चाचीपूर, भूसेरा और अन्य सैकड़ों गांवों में 10,000 से अधिक आवारा पशु किसानों की फसलों को नष्ट कर रहे हैं। दिन हो या रात, किसान अपनी फसलों की रक्षा के लिए खेतों में झोपड़ी डालने को मजबूर हैं।

प्रशासन की लापरवाही: गौशालाओं का नाम, काम कुछ नहीं
सरकार द्वारा गौशालाओं की व्यवस्था का दावा तो किया गया, लेकिन हकीकत कुछ और है। किसानों का कहना है कि नाममात्र की गौशालाएं हैं, जिनमें आवारा पशुओं को रखने का कोई प्रबंध नहीं है। प्रशासन केवल गौशालाओं के नाम पर फंड हड़प रहा है।
गांव का नाम | आवारा पशुओं की संख्या | फसल नुकसान |
---|---|---|
पट्टी भरका | 1,500 | गेहूं, आलू |
पट्टी दारापुर | 1,200 | आलू, गन्ना |
जसपुर | 1,000 | गेहूं |
सैदापुर | 800 | आलू |
चाचीपूर | 700 | गेहूं, आलू |
किसानों की आपबीती
किसान बताते हैं कि अगर वे खेत में निगरानी न करें, तो उनकी फसल बर्बाद हो जाती है। कई बार आवारा पशु न केवल फसल को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि किसानों पर हमला भी कर देते हैं। एक किसान ने कहा, "हम अपनी जान जोखिम में डालकर फसल की रखवाली कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन को हमारी कोई परवाह नहीं है।"
अधिकारी बेखबर: समाधान की उम्मीद नहीं
अमृतपुर के अधिकारी किसानों की समस्याओं को लेकर उदासीन नजर आ रहे हैं। किसानों का कहना है कि अधिकारियों को इस बात की कोई चिंता नहीं कि उनकी आजीविका कैसे प्रभावित हो रही है।
समाधान की मांग
किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि सभी आवारा पशुओं को पकड़कर गौशालाओं में रखा जाए और गौशालाओं को सही तरीके से संचालित किया जाए।
INDC Network का App आ चुका है नीचे डाउनलोड पर क्लिक करके App को डाउनलोड करें।
What's Your Reaction?






