डिंपल यादव बोली लोकसभा चुनाव के बाद सपा को हराया जा सकता है, सपा में मच गया बवाल
उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनावों को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म है। तारीख बदलने से लेकर जनसभाओं तक, भाजपा और सपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हैं। करहल विधानसभा में सपा सांसद डिंपल यादव का भाषण चर्चा का विषय बन गया, जब उन्होंने अपनी पार्टी का नाम गलत तरीके से बोल दिया। विपक्ष ने इस पर कटाक्ष करते हुए इसे बड़ा मुद्दा बना दिया।

INDC Network : करहल; उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज: तारीख बदलने और बयानबाजी का खेल
उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनावों को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म है। पहले इन उपचुनावों की तारीख 13 नवंबर 2024 तय थी, लेकिन चुनाव आयोग ने इसे बढ़ाकर 20 नवंबर 2024 कर दिया। इस बदलाव ने भाजपा और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच आरोप-प्रत्यारोप को और बढ़ा दिया है।

तारीख बदलने पर अलग-अलग दावे
सपा का कहना है कि भाजपा हार के डर से तारीख आगे बढ़ाने पर मजबूर हुई। वहीं भाजपा ने अपनी सफाई में त्योहारों का हवाला देते हुए इसे मतदान प्रक्रिया को सुगम बनाने का कदम बताया। इस बहस के बीच जनता और राजनीतिक विश्लेषकों के बीच भी चर्चा तेज हो गई है।
विज्ञापन - सम्राट स्टूडियो की सेवाओं का लाभ उठायें|
करहल विधानसभा: चुनावी रणभूमि
इन 9 विधानसभा सीटों में से करहल सीट को सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। करहल विधानसभा पर होने वाले उपचुनाव में सपा ने तेज प्रताप यादव को मैदान में उतारा है। 13 से 15 नवंबर के बीच सपा ने यहां बड़े पैमाने पर जनसभाएं कीं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और मैनपुरी से सांसद डिंपल यादव ने इन सभाओं को संबोधित किया।
डिंपल यादव का जुबान फिसलना बना मुद्दा
डिंपल यादव ने अपने भाषण में भाजपा पर हमला बोलते हुए एक चूक कर दी। उन्होंने भाजपा की जगह सपा का नाम ले लिया। उनका बयान था, "पहले ऐसा लगता था कि भाजपा को हराना नामुमकिन है, लेकिन अब सपा को हराया जा सकता है।" इस चूक को लेकर विपक्ष ने जमकर निशाना साधा और इसे सपा की अंदरूनी कमजोरियों का प्रतीक बताया। दरअसल डिंपल यादव भाजपा को हराने की बात कह रहीं थी लेकिन जुबान फिसलने की वजह से वह भाजपा की जगह सपा कह गयी।
- डिंपल यादव ने तेज प्रताप यादव की जीत को तय बताया और कहा कि यह उपचुनाव भाजपा के खिलाफ देशभर में एक बड़ा संदेश भेजेगा। उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया कि इस जीत से भाजपा का सफाया शुरू हो जाएगा।इस घटनाक्रम ने उत्तर प्रदेश की राजनीति को और भी दिलचस्प बना दिया है।
What's Your Reaction?






