वाराणसी में बिहार की बेटी स्नेहा कुशवाहा के साथ हाथरस जैसी घटना! न्याय की मांग तेज
बिहार के सासाराम की रहने वाली और वाराणसी में मेडिकल परीक्षा की तैयारी कर रही स्नेहा कुशवाहा की संदिग्ध मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया है। परिवार का आरोप है कि स्नेहा की हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप दिया गया। पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि परिवार को अंतिम संस्कार तक में शामिल नहीं होने दिया गया। सोशल मीडिया पर न्याय की मांग जोर पकड़ रही है, और कई राजनीतिक नेताओं ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

INDC Network : उत्तर प्रदेश : Sneha Kushwaha News : वाराणसी में बिहार की बेटी के साथ हाथरस जैसी घटना! न्याय की मांग तेज
संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत, परिवार ने लगाया हत्या का आरोप
सासाराम, बिहार की स्नेहा कुशवाहा वाराणसी में मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET) की तैयारी कर रही थी। 1 फरवरी को जब परिवार ने स्नेहा को कॉल किया, तो उसका फोन नहीं उठा। माता-पिता को चिंता हुई और उन्होंने हॉस्टल की मालकिन से बेटी के हाल-चाल के बारे में पूछताछ की, लेकिन उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला। कुछ समय बाद, खबर आई कि स्नेहा अब इस दुनिया में नहीं रही।
हत्या या आत्महत्या? पुलिस की भूमिका पर सवाल
पुलिस ने इस घटना को आत्महत्या करार दिया, लेकिन परिवार और स्थानीय लोग इसे हत्या मान रहे हैं। उनका दावा है कि पुलिस ने बिना परिवार की अनुमति के स्नेहा का अंतिम संस्कार कर दिया, जिससे संदेह गहरा गया है। सोशल मीडिया पर #JusticeForSnehaKushwaha ट्रेंड कर रहा है और कई सामाजिक संगठनों ने भी मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रधानमंत्री मोदी से की अपील
पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया पर लिखा, "स्नेहा कुशवाहा की मौत प्रथम दृष्टया हत्या प्रतीत होती है। लड़की के दोनों पैर जमीन पर थे, इसलिए आत्महत्या का दावा गलत लगता है। यह घटना प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र में हुई है, इसलिए उनसे आग्रह है कि हत्यारों की गिरफ्तारी हो।"
उपेंद्र कुशवाहा ने की न्यायिक जांच की मांग
राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर कहा, "बनारस के एक छात्रावास में पढ़ाई कर रही सासाराम की बेटी की संदेहास्पद मौत दुखद है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह है कि मामले की न्यायिक जांच करवाई जाए और दोषियों को सख्त सजा दी जाए।"
परिवार ने की न्याय की गुहार
स्नेहा के माता-पिता का कहना है कि पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि दोषियों को फांसी दी जाए। उनकी मांग है कि अगर इसी तरह बेटियों की हत्याएं होती रहीं, तो कोई भी माता-पिता अपनी बेटियों को बाहर पढ़ने नहीं भेजेंगे।
क्या यह एक और हाथरस कांड है?
इस मामले को 2020 के हाथरस कांड से जोड़कर देखा जा रहा है, जहां एक दलित लड़की के साथ बलात्कार और हत्या के बाद, उत्तर प्रदेश पुलिस ने परिवार की अनुमति के बिना रात में ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। इसी तरह, स्नेहा कुशवाहा के मामले में भी परिवार को अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने दिया गया। यह पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
क्या कहती है पुलिस?
पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला लग रहा है, लेकिन परिवार और कई सामाजिक संगठनों को इस पर भरोसा नहीं है। पुलिस के खिलाफ निष्पक्ष जांच की मांग जोर पकड़ रही है।
मामले से जुड़े प्रमुख तथ्य
तथ्य | विवरण |
---|---|
मृतका | स्नेहा कुशवाहा |
निवास स्थान | सासाराम, बिहार |
पढ़ाई | वाराणसी में NEET की तैयारी |
घटना की तारीख | 1 फरवरी 2025 |
पुलिस का दावा | आत्महत्या |
परिवार का आरोप | हत्या और साक्ष्य मिटाने का प्रयास |
पुलिस की कार्रवाई | बिना परिवार की अनुमति के अंतिम संस्कार |
नेताओं की प्रतिक्रिया | न्यायिक जांच और गिरफ्तारी की मांग |
न्याय के लिए तेज हो रही आवाज
यह मामला अब राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है। स्नेहा कुशवाहा को न्याय दिलाने के लिए सोशल मीडिया पर लगातार आवाज उठ रही है। कई संगठन और राजनीतिक दल इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। अब देखना होगा कि सरकार और प्रशासन इस पर क्या कदम उठाते हैं।
What's Your Reaction?






