लखनऊ-754 करोड़ की धोखाधड़ी के आरोपों में फंसे विनय तिवारी को हाईकोर्ट से मिली जमानत
बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी के बेटे और सपा नेता विनय शंकर तिवारी को 45 दिन बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। ईडी ने उन्हें 754 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लखनऊ से गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए और तिवारी के कंपनी डायरेक्टर अजीत पांडे को भी जमानत दे दी।

INDC Netwok : लखनऊ, उत्तर प्रदेश : 754 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी मामला: पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी को हाईकोर्ट से बड़ी राहत
समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ से 45 दिन बाद जमानत मिल गई है। उन पर बैंक ऑफ इंडिया से 754 करोड़ रुपये की भारी भरकम धोखाधड़ी का आरोप है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन्हें 27 मार्च 2025 को लखनऊ स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया था।

क्या था मामला?
विनय शंकर तिवारी पर आरोप है कि उन्होंने अपनी कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेज लिमिटेड के माध्यम से बैंक से लोन लेने के लिए फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए और लोन की राशि को अन्यत्र ट्रांसफर कर दुरुपयोग किया। इस धोखाधड़ी की राशि 754 करोड़ रुपये बताई जा रही है, जो कि एक बैंक क्लस्टर स्कैम के तहत सामने आई थी।
ईडी की कार्रवाई और गिरफ्तारी
ईडी ने इस घोटाले की जांच में तिवारी के साथ उनकी कंपनी के जनरल मैनेजर अजीत पांडे को भी गिरफ्तार किया था। अजीत पांडे को महराजगंज से गिरफ्तार किया गया और वह विनय शंकर तिवारी के रिश्तेदार भी हैं। दोनों को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश कर जेल भेजा गया था।
हाईकोर्ट की टिप्पणी और फटकार
जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस सुभाष विद्यार्थी की एकल पीठ ने ईडी की कार्रवाई को प्रक्रियागत रूप से त्रुटिपूर्ण करार दिया। कोर्ट ने यह भी कहा कि आरोपी के खिलाफ जो साक्ष्य प्रस्तुत किए गए, वे इस स्तर की गिरफ्तारी को न्यायसंगत नहीं ठहराते। इसके साथ ही उन्होंने अजीत पांडे को भी जमानत दे दी।
कौन हैं विनय शंकर तिवारी?
विनय शंकर तिवारी, पूर्वांचल के कद्दावर नेता और बाहुबली छवि वाले हरिशंकर तिवारी के बेटे हैं। हरिशंकर तिवारी का निधन हो चुका है। विनय पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में थे, फिर उन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन थामा। वे चिल्लूपार विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं और पूर्वांचल की राजनीति में उनका खासा प्रभाव रहा है।
मुख्य जानकारी एक नज़र में:
विवरण | जानकारी |
---|---|
नाम | विनय शंकर तिवारी |
पार्टी | समाजवादी पार्टी (सपा) |
पद | पूर्व विधायक, चिल्लूपार |
गिरफ्तारी तिथि | 27 मार्च 2025 |
गिरफ्तारी स्थान | लखनऊ स्थित आवास |
आरोप | 754 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग |
जमानत दी | 11 मई 2025, इलाहाबाद हाईकोर्ट लखनऊ खंडपीठ |
साथ गिरफ्तार व्यक्ति | अजीत पांडे (GM, गंगोत्री इंटरप्राइजेज) |
मुख्य न्यायाधीश | जस्टिस सुभाष विद्यार्थी |
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