ऑपरेशन सिंदूर के बाद दुनिया को भारत का सख्त संदेश, थरूर होंगे डेलीगेशन लीडर
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर सख्त संदेश देने की तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अगुवाई में 7 सांसदों को विश्व के प्रमुख देशों और UNSC सदस्यों के पास भेजा जाएगा। मिशन का मकसद भारत की "जीरो टॉलरेंस" नीति को वैश्विक मंच पर रखना है। सभी सांसद 10 दिनों तक विभिन्न देशों की यात्रा करेंगे और भारत की एकता और राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देंगे।

INDC Network : नई दिल्ली : भारत का वैश्विक मिशन: थरूर की अगुवाई में आतंक के खिलाफ डिप्लोमैटिक वार
ऑपरेशन सिंदूर के सफल निष्पादन और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक रुख के बाद भारत ने अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर मोर्चा खोल दिया है। सरकार ने कांग्रेस सांसद और पूर्व राजनयिक शशि थरूर को 7 सांसदों की ऑल-पार्टी डेलीगेशन का प्रमुख नियुक्त किया है जो भारत की "जीरो टॉलरेंस फॉर टेररिज्म" नीति का प्रचार करेंगे।

प्रमुख उद्देश्य: आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाना
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि ये सभी सांसद "राष्ट्रीय एकता के प्रतीक" के रूप में काम करेंगे और भारत के रुख को वैश्विक नेताओं और UNSC सदस्यों के समक्ष रखेंगे।
"उन क्षणों में जो सबसे महत्वपूर्ण हैं, भारत एकजुट है," - किरेन रिजिजू
कौन-कौन जा रहा है मिशन पर?
नीचे दी गई तालिका में उन प्रमुख नेताओं की सूची दी गई है जो इस डेलीगेशन का हिस्सा होंगे:
सांसद का नाम | पार्टी | गठबंधन / भूमिका |
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शशि थरूर | कांग्रेस | डेलीगेशन लीडर |
कनीमोझी करुणानिधि | डीएमके | विपक्ष |
सुप्रिया सुले | एनसीपी (एसपी) | विपक्ष |
रविशंकर प्रसाद | बीजेपी | एनडीए |
बैजयंत पांडा | बीजेपी | एनडीए |
संजय कुमार झा | जेडीयू | एनडीए |
श्रीकांत शिंदे | शिवसेना (शिंदे गुट) | एनडीए |
अन्य संभावित सदस्य:
सूत्रों के अनुसार नीचे दिए गए नेता भी इस कूटनीतिक दौरे का हिस्सा हो सकते हैं:
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निशिकांत दुबे
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बंसुरी स्वराज
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अनुराग ठाकुर
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एमजे अकबर
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दग्गुबाती पुरंदेश्वरी
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एसएस आहलूवालिया
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असदुद्दीन ओवैसी
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सलमान खुर्शीद
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मनीष तिवारी
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गुलाम नबी आजाद
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प्रियंका चतुर्वेदी
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सस्मित पात्र
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विक्रमजीत सSawhney
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जॉन ब्रिटास
मिशन की अवधि और रणनीति
यह डेलीगेशन 10 दिनों तक विभिन्न देशों की यात्रा करेगा। इनका मुख्य उद्देश्य है:
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आतंकवाद के खिलाफ भारत का स्टैंड साझा करना
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यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल के सदस्यों को भारत की नीति समझाना
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भारत में राजनीतिक एकता का प्रदर्शन करना
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की सैन्य कार्यवाही की झलक
घटना | विवरण |
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हमला | 22 अप्रैल, पहलगाम आतंकी हमला, 26 की मौत |
जवाबी कार्रवाई | 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर |
लक्ष्य | पाकिस्तान और पीओके के 9 आतंकी ठिकाने |
मारे गए आतंकी | 100+ (LeT, JeM, HM) |
पाकिस्तानी जवाब | ड्रोन और मिसाइल हमले (भारतीय सेना ने इंटरसेप्ट किए) |
भारत की प्रतिक्रिया | पाक सैन्य ठिकानों पर टारगेटेड स्ट्राइक |
युद्धविराम | 10 मई को सीज़फायर समझौता |
भारत का स्पष्ट संदेश: आतंक के खिलाफ कोई नरमी नहीं
भारत अब सिर्फ सीमाओं पर ही नहीं, बल्कि वैश्विक मंचों पर भी आतंक के खिलाफ सख्त रुख अपनाने जा रहा है। यह पहल केवल एक कूटनीतिक प्रयास नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता और वैश्विक ज़िम्मेदारी का प्रतीक है।
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