कानपुर की गल्ला मंडी में भीषण आग: 50 दुकानें राख, 35 से ज्यादा वाहन जले, 6 लोग घायल
कानपुर के कलक्टरगंज की पुरानी गल्ला मंडी में मंगलवार दोपहर भयानक आग लग गई। हादसे में 50 से अधिक दुकानें और गोदाम जलकर राख हो गए। 5 सिलेंडर और बैटरियों के धमाकों से इलाका दहल उठा। 35 से ज्यादा गाड़ियां जल गईं और 6 लोग गंभीर रूप से झुलस गए। आग का धुआं 3 किमी दूर तक फैला।

INDC Network : कानपुर : उत्तर प्रदेश : दोपहर 3 बजे धमाके के साथ भड़की आग
कानपुर के घनी आबादी वाले क्षेत्र कलक्टरगंज की पुरानी गल्ला मंडी में मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे अचानक भीषण आग लग गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग एक तारपीन तेल की दुकान से शुरू हुई, जिसके बाद धमाके के साथ आग फैलती चली गई।

सिलेंडर, बैटरियों और ड्रमों में धमाके
आग लगने के कुछ ही मिनटों में वहां रखे 5 गैस सिलेंडर फट गए। साथ ही, ई-रिक्शा की बैटरियों में भी जोरदार धमाके हुए। वहीं, तेल और मोबिल ऑयल के ड्रमों ने आग को और विकराल बना दिया। चारों ओर घना धुआं फैल गया, जिसे 3 किलोमीटर दूर तक देखा गया35 से अधिक वाहन जले, 6 लोग झुलसे
आग की चपेट में आकर 3 चार पहिया वाहन, 12 ई-रिक्शा और करीब 20 दोपहिया वाहन जलकर राख हो गए। इस दौरान 6 लोग 50% से अधिक झुलस गए, जिन्हें उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आग बुझाने में लगीं 15 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां
स्थानीय लोगों के प्रयास के बाद भी जब आग काबू में नहीं आई, तो फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। करीब आधा घंटा देरी से 15 से ज्यादा दमकल वाहन पहुंचे और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
नुकसान और स्थिति का विवरण
विवरण | आँकड़े / जानकारी |
---|---|
आग लगने का समय | दोपहर 3 बजे |
स्थान | पुरानी गल्ला मंडी, कलक्टरगंज, कानपुर |
दुकानें / गोदाम जले | 50 से अधिक |
सिलेंडर फटे | 5 |
ई-रिक्शा बैटरियां फटी | कई |
वाहन जले | 3 चार पहिया, 12 ई-रिक्शा, 20 दोपहिया |
घायलों की संख्या | 6 लोग |
अस्पताल | उर्सला अस्पताल |
फायर ब्रिगेड की गाड़ियां | 15-20 |
धुएं का दायरा | 3 किमी तक फैलाव |
प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी
किराना व्यापारी दिनेश गुप्ता ने बताया कि उनका पूरा स्टोर आग में जल गया। उन्होंने बताया:
"तारपीन की दुकान से आग शुरू हुई और फिर एक धमाके के साथ धुआं और आग ऊपर उठी। ग्राहक और हम सब जान बचाकर भागे।"
स्थानीय महिलाओं और मजदूरों ने बताया कि धमाके के बाद कुछ समझ नहीं आया। एकाएक चारों ओर आग की लपटें और काला धुआं दिखने लगा।
आग लगने के संभावित कारण
इस हादसे को लेकर दो तरह की आशंकाएं सामने आई हैं:
-
ई-रिक्शा चार्जिंग के समय बैटरी फटने से आग लगना।
-
तारपीन तेल और अन्य केमिकल्स की प्रतिक्रिया से विस्फोट।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां ट्रांसपोर्ट और केमिकल गोदाम भी थे, जिससे आग और विस्फोट की तीव्रता अधिक रही।
व्यापारियों को करोड़ों का नुकसान
यह इलाका कानपुर का प्रमुख थोक मंडी क्षेत्र है, जहां गल्ला, किराना, मूंगफली, दाल, और रुई की सैकड़ों दुकानें हैं। आग से व्यापारियों को कई करोड़ रुपये का नुकसान होने की आशंका है।
What's Your Reaction?






