दिल्ली में मंदिर तोड़ने के आदेश: आतिशी के 'दस्तावेज़ी सबूत' ने बढ़ाई राजनीति गर्मी!
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली में मंदिरों और धार्मिक स्थलों को तोड़ने का आदेश दिया है। उन्होंने अपनी बात साबित करने के लिए 'दस्तावेज़ी प्रमाण' भी पेश किए हैं। उपराज्यपाल ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे "गंदी राजनीति" बताया।

INDC Network : दिल्ली, भारत : दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली में मंदिरों और धार्मिक स्थलों को तोड़ने का आदेश दिया है। उन्होंने अपनी बात साबित करने के लिए 'दस्तावेज़ी प्रमाण' भी पेश किए हैं। उपराज्यपाल ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे "गंदी राजनीति" बताया।
विषय | विवरण |
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घटना का मुख्य मुद्दा | दिल्ली में मंदिरों और धार्मिक स्थलों के विध्वंस का आरोप |
आरोप लगाने वाले नेता | दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी |
आरोप का मुख्य बिंदु | मंदिर तोड़ने के आदेश का आरोप, 'दस्तावेज़ी प्रमाण' पेश |
आरोपित व्यक्ति | उपराज्यपाल वीके सक्सेना |
उपराज्यपाल का पक्ष | आरोपों को "गंदी राजनीति" बताया, किसी विध्वंस योजना से इनकार |
मुद्दे से जुड़े स्थान | पटेल नगर, दिलशाद गार्डन, सीमापुरी और अन्य स्थान |
राजनीतिक संदर्भ | AAP का 18,000 रुपये वेतन देने का वादा, BJP पर तोड़फोड़ का आरोप |
मुद्दे की पृष्ठभूमि
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने बुधवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर आरोप लगाया कि उन्होंने राजधानी के मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों को तोड़ने के आदेश दिए हैं। आतिशी ने दावा किया कि उनके पास इस बात के 'दस्तावेज़ी प्रमाण' हैं।
क्या है मामला?
आतिशी का आरोप है कि केंद्र सरकार, जो भाजपा द्वारा संचालित है, ने दिल्ली में मंदिरों सहित अन्य धार्मिक स्थलों को तोड़ने की योजना बनाई।
- इस योजना को उपराज्यपाल वीके सक्सेना के माध्यम से लागू करने की कोशिश की गई।
- दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) और दिल्ली पुलिस को इस विध्वंस अभियान को अंजाम देने के निर्देश दिए गए।
दस्तावेज़ी प्रमाण: आतिशी का दावा
आतिशी ने 22 नवंबर को हुई धार्मिक समिति की बैठक के मिनट्स का हवाला देते हुए कहा:
- "यह रहे उस बैठक के मिनट्स। जब मैंने उपराज्यपाल को पत्र लिखा, तो उनके कार्यालय ने इसे झूठा बताया। लेकिन ये दस्तावेज़ी प्रमाण साफ दिखा रहे हैं कि विध्वंस के आदेश दिए गए थे।"
कौन-कौन से स्थान प्रभावित?
- पटेल नगर
- दिलशाद गार्डन
- सीमापुरी
- और अन्य स्थान
उपराज्यपाल का बचाव और जवाब
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
- उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आतिशी और उनके पूर्ववर्ती अरविंद केजरीवाल की असफलताओं से ध्यान हटाने के लिए यह "सस्ती राजनीति" की जा रही है।
- उपराज्यपाल सचिवालय ने कहा:
- "यदि कोई विध्वंस योजना थी, तो LG ने पुलिस को ऐसे प्रयासों को रोकने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।"
- "हाल ही में क्रिसमस के दौरान किसी अप्रिय घटना के बिना शांतिपूर्ण उत्सव इसका प्रमाण है।"
AAP बनाम BJP: राजनीतिक तनाव
AAP का दावा
आतिशी ने कहा:
- "जब हम मंदिर पुजारियों को ₹18,000 मासिक वेतन देने की योजना बना रहे हैं, तब BJP धार्मिक स्थलों को नष्ट करने की योजना बना रही है।"
BJP का पक्ष
उपराज्यपाल ने इसे पूरी तरह खारिज कर कहा कि:
- "यह मात्र राजनीतिक आरोप हैं। यदि कोई विध्वंस योजना नहीं है, तो आतिशी इसे झूठा क्यों बता रही हैं?"
मुद्दे का राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव
राजनीतिक प्रभाव
- AAP और BJP के बीच राजनीतिक टकराव और बढ़ गया है।
- मंदिर विध्वंस के मुद्दे ने राजधानी में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाने का जोखिम पैदा कर दिया है।
सामाजिक प्रतिक्रिया
- धार्मिक स्थलों को तोड़ने की खबरों ने आम जनता को चिंतित कर दिया है।
- दिल्ली में रहने वाले विभिन्न धार्मिक समुदाय इस मुद्दे पर अपने विचार प्रकट कर रहे हैं।
तालिका: प्रमुख स्थान और संबंधित विवाद
स्थान | आरोपित विध्वंस का स्थान | पक्ष और विपक्ष |
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पटेल नगर | मंदिर विध्वंस का आरोप | AAP: विध्वंस का आदेश |
दिलशाद गार्डन | धार्मिक स्थल के लिए विवाद | AAP: प्रमाण मौजूद |
सीमापुरी | अन्य स्थान शामिल | जनता चिंतित |
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