विदेश सचिव ने खोली ऑपरेशन सिंदूर की सच्चाई, क्या राहुल गांधी का आरोप सही था?
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। राहुल गांधी के आरोपों के बीच विदेश सचिव ने संसदीय समिति के सामने विदेश मंत्री एस जयशंकर के बयान को स्पष्ट किया। क्या पाकिस्तान को ऑपरेशन से पहले जानकारी दी गई थी? इस पर विस्तार से सामने आई पूरी सच्चाई।

INDC Network : भारत : ऑपरेशन सिंदूर पर विवाद: घटनाक्रम की टाइमलाइन
तारीख | घटना |
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22 अप्रैल 2025 | जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला, 26 लोगों की मौत |
7 मई 2025 | भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया |
मई 2025 (पहला सप्ताह) | विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान: "ऑपरेशन की शुरुआत में पाकिस्तान को संदेश भेजा गया" |
18 मई 2025 | राहुल गांधी ने जयशंकर पर आरोप लगाए, वीडियो साझा किया |
19 मई 2025 | संसदीय समिति की बैठक में विदेश सचिव का स्पष्टीकरण |
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकी ढांचे पर सीधा हमला
7 मई की सुबह भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। इसमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। यह कार्रवाई पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी।

राहुल गांधी का आरोप: क्या यह एक 'अपराध' था?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार और विदेश मंत्री एस जयशंकर को आड़े हाथों लिया। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया कि भारत ने ऑपरेशन शुरू होने से पहले पाकिस्तान को सूचना दी थी।
राहुल गांधी का सवाल:
"क्या विदेश मंत्री जयशंकर की चुप्पी सब कुछ बता नहीं रही है? हमने कितने भारतीय विमान खोए क्योंकि पाकिस्तान को पहले से पता था?"
उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम को "एक अपराध" बताया और कहा कि देश को सच्चाई जानने का अधिकार है।
जयशंकर का बयान: संदर्भ से तोड़ा-मरोड़ा गया?
राहुल गांधी द्वारा साझा किए गए वीडियो में विदेश मंत्री एस जयशंकर यह कहते सुने गए:
"ऑपरेशन की शुरुआत में हमने पाकिस्तान को एक संदेश भेजा था कि हम आतंकवाद के ढांचे पर हमला कर रहे हैं, सेना पर नहीं। उनके पास हस्तक्षेप न करने का विकल्प था, पर उन्होंने अच्छा फैसला नहीं लिया।"
इस बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया, लेकिन विदेश मंत्रालय और बाद में संसदीय समिति में इसे स्पष्ट किया गया।
संसदीय समिति में विदेश सचिव का स्पष्टीकरण
सूत्रों के अनुसार, संसद की विदेश मामलों की समिति में हुई बैठक में विदेश सचिव ने बताया कि:
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जयशंकर का बयान संदर्भ से हटकर पेश किया गया।
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ऑपरेशन के शुरुआती चरण के बाद पाकिस्तान को जानकारी दी गई थी, न कि उससे पहले।
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अमेरिका का सीजफायर में कोई रोल नहीं था।
विदेश मंत्रालय ने भी कहा:
"तथ्यों को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत किया गया है। हमने ऑपरेशन शुरू होने के बाद चेतावनी दी थी, पहले नहीं।"
सरकार का रुख: तथ्यों के साथ खड़ा होना जरूरी
विदेश मंत्रालय और सचिव की ओर से दिए गए स्पष्टीकरण से यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान को पहले जानकारी देना जैसा कोई कदम नहीं उठाया गया था। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जो सवाल उठे हैं, वे राजनीतिक बहस की ज़मीन तो हैं, लेकिन तथ्यों के आधार पर सरकार ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है।
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